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क्रिया

जिस शब्द से किसी कार्य के करने या होने का बोध होता है उसे क्रिया कहते है।
जैसे- पढ़ना,खेलना, खाना, पीना,आना ,जाना आदि।
'क्रिया' का अर्थ होता है करना। क्रिया किसी कार्य के करने या होने को दर्शाती है। जो क्रिया को करता है वह 'कर्ता' कहलाता है|
दूसरे शब्दों मैं जो काम किया जाता है उसे क्रिया कहते हैं और जो इस काम को करता है वो 'कर्ता' कहलाता है |
जैसे-
1-राम पड़ता है | इस वाक्य मैं "पड़ना" क्रिया है और "राम" कर्ता है .
2-मोदीजी चाय बेचते थे इसमें "बेचना" क्रिया है और "मोदीजी" कर्ता है .

कुछ वाक्यों मैं क्रिया का ही महत्व होता है और कर्ता का प्रयोग न होने पर भी केवल क्रिया से ही वाक्य का अर्थ स्पष्ट हो जाता है|
जैसे-
(1) रुको।
(2) जाओ।

वाक्यों मैं प्रयोग के आधार पर क्रिया के भेद इस प्रकार हैं-
(1) संयुक्त क्रिया
(2) नामधातु क्रिया
(3) प्रेरणार्थक क्रिया
(4) पूर्वकालिक क्रिया
(5) मूल क्रिया
(6) नामिक क्रिया
(7) समस्त क्रिया
(8) सामान्य क्रिया
(9) सहायक क्रिया
(10) सजातीय क्रिया
(11) विधि क्रिया